प्रिय विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों और अभिभावकों,
विक्रम विश्वविद्यालय में आपका हार्दिक स्वागत है। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता ने हमें न केवल शैक्षिक उपलब्धियों में, बल्कि नवाचार, अनुसंधान और सामुदायिक विकास के विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी स्थान दिलाया है। हम एक ऐसी शैक्षिक संस्कृति का निर्माण कर रहे हैं, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित हो, ताकि वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम हो सकें।
हमारा विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करने के लिए समर्पित है, बल्कि नैतिक मूल्यों, नेतृत्व क्षमताओं और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता भी उत्पन्न करता है। इसके साथ ही, हम भारतीय ज्ञान परंपरा के समृद्ध योगदान को भी अपने पाठ्यक्रम और शिक्षण पद्धति का अभिन्न अंग मानते हैं। भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ी प्राचीन मान्यताओं और आधुनिक दृष्टिकोण का समन्वय करते हुए, हम विद्यार्थियों को जड़ों से जोड़े रखते हुए उन्हें वैश्विक दृष्टिकोण से भी सशक्त बनाने का प्रयास करते हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दिशानिर्देशों के अनुसार, हम अपने शैक्षणिक ढांचे में सुधार और नवाचार के लिए निरंतर प्रयत्नशील हैं। यह नीति हमें विद्यार्थियों को बहुआयामी शिक्षा प्रदान करने की दिशा में प्रेरित करती है, जिससे वे न केवल अपने विषयों में निपुण हों, बल्कि अपने चरित्र, कौशल और जीवन मूल्यों में भी अग्रणी बनें।
हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और यह आशा करते हैं कि आप हमारे विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास का हिस्सा बनकर इसे और अधिक समृद्ध बनाएंगे।
सादर,
विक्रम विश्वविद्यालय में आपका हार्दिक स्वागत है। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता ने हमें न केवल शैक्षिक उपलब्धियों में, बल्कि नवाचार, अनुसंधान और सामुदायिक विकास के विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी स्थान दिलाया है। हम एक ऐसी शैक्षिक संस्कृति का निर्माण कर रहे हैं, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित हो, ताकि वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम हो सकें।
हमारा विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करने के लिए समर्पित है, बल्कि नैतिक मूल्यों, नेतृत्व क्षमताओं और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता भी उत्पन्न करता है। इसके साथ ही, हम भारतीय ज्ञान परंपरा के समृद्ध योगदान को भी अपने पाठ्यक्रम और शिक्षण पद्धति का अभिन्न अंग मानते हैं। भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ी प्राचीन मान्यताओं और आधुनिक दृष्टिकोण का समन्वय करते हुए, हम विद्यार्थियों को जड़ों से जोड़े रखते हुए उन्हें वैश्विक दृष्टिकोण से भी सशक्त बनाने का प्रयास करते हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दिशानिर्देशों के अनुसार, हम अपने शैक्षणिक ढांचे में सुधार और नवाचार के लिए निरंतर प्रयत्नशील हैं। यह नीति हमें विद्यार्थियों को बहुआयामी शिक्षा प्रदान करने की दिशा में प्रेरित करती है, जिससे वे न केवल अपने विषयों में निपुण हों, बल्कि अपने चरित्र, कौशल और जीवन मूल्यों में भी अग्रणी बनें।
हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और यह आशा करते हैं कि आप हमारे विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास का हिस्सा बनकर इसे और अधिक समृद्ध बनाएंगे।
सादर,
प्रो अर्पण भारद्वाज
कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय
कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय